Facts About bhoot wala kahani Revealed

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और इसलिए, राम, सोनू, और भूतिया गुफा की कहानी गांबवालो के लिए एक मिशाल बन गई।

सोनू : यार यह तूने क्या किया यह तो कुएं में चली गई..

सोनू वहां से अपने कमरे में चला जाता है…

बच्चों ने मिलकर उस मंत्र को पड़ना शुरू किया। अचानक से एक रोशनी घर के अंदर आई और उस भुत को साथ ले गई। भुत के घर से बाहर जातेहि घर के सारे दरवाजे और खिड़कियां अपने आप खुल गई और बच्चे दौर कर बाहर निकल आये।

एक दिन भूतों के गुरुजी सभी भूतों से मिलने पीपल के पेड़ पर आते है। सभी भूतों को दुबला पतला देखकर उनसे कारण पूछते है। 

देख क्या रहे हो नीचे आओ। थोड़ा सैर करते है।

यह कहानी एक छोटे से गाँव के एक युवक, राज, के बारे में है जो अपने दादा-दादी के साथ रहता था। गाँव में हमेशा कुछ अजीब सी बातें होती रहती थीं और लोग कहते थे कि गाँव के पास एक भूतों का शहर है। राज, भले ही बहुत ही नौसिखिया और बहादुर था, लेकिन भूतों की कहानियों से डरता था।

मोहनलाल पहलवान भैसों का दूध पीने और उनकी देखरेख करने के अलावा कोई भी काम नहीं जानता था। तब पहलवान बोलता है - कमाई? कमाई क्या होती है? बताओ?

उन्हें एक औरत भी चलती हुई दिखाई दी लेकिन जब उस पर टॉर्च की रोशनी डाली गई तो वह दरवाजे में समा गई.लोगों का मानना है कि वैले हाउस में जितने भी लोगों की मौत हुई आज भले ही वह इंसानी शरीर के साथ इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन आत्मा बनकर वह आज भी यहीं भटक रहे हैं। भूत की कहानी डरावनी।

भूत : हा हा हा हा हा हा हा हा… और फिर इतने में भूत बंटी को अंदर ले कर चले जाता है

भूत - हम इस खेत में पैदा होने वाली check here पैदावार के बराबर राशन तुम्हारे घर पहुंचा देंगे। लेकिन तुम इस पेड़ को मत हटाओ। यह हमारा भूतों का घर है। हम इस पेड़ पर कई सालों से रह रहे है।

सोनू : मुखिया जी उस कुएं में कोई भूत नहीं है.. मैंने धनिया चाचा को उस कुएं से बाहर आते देखा है..

रात होते ही वहाँ कुत्ते अजीब तरीके से शोरूम के सामने चक्कर काटते थे। मालिक का एक पमोलियन कुत्ता और सड़क के कुछ कुत्ते अपने पूंछ हिलाते हुए इधर से उधर ,उधर से इधर ऊपर हवा में देखते चलते थे जैसे किसीको देखकर उसके सात सात चल रहें हों। बिल्कुल वैसे ही!

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